- मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं शुरू, धार्मिक मेला 8 नवंबर से शुरू होगा
- मेले का समापन 12 नवंबर को पुष्कर सरोवर में होने वाले महास्नान के साथ होगा
पुष्कर. अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले के दूसरे दिन मंगलवार को बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी पहुंचे। विदेशी सैलानी भी राजस्थानी रंग में नजर आए। मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम और विभिन्न प्रतियोगिताएं शुरू हो गई हैं। धार्मिक मेला कार्तिक एकादशी स्नान के साथ 8 नवंबर से शुरू होगा। पुष्कर मेले का सोमवार को उद्धाटन हुआ था।
मेले में जीवंत हुई राजस्थानी संस्कृति
पुष्कर मेले के शुभारंभ पर मांडणा प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिले की विभिन्न पंचायत समितियों की ग्रामीण महिलाओं ने भाग लिया। प्रतियोगी महिलाओं ने गोबर के गौल से लेपी गई मेला स्टेडियम की दीवारों पर आकर्षक मांडने व रंगोलियां बनाई। स्टेडियम की दीवारें राजस्थानी संस्कृति से छलक उठी। विदेशी मेहमानों ने राजस्थानी मांडणों को खूब सराहा और जमकर फोटोग्राफी की।
मेले में आज के कार्यक्रम-
-दोपहर 12 बजे ऊंट नृत्य प्रतियोगिता
-शाम 7 बजे वॉइस ऑफ पुष्कर पहला राउंड
-रात 8.30 बजे देवेंद्र शर्मा का कत्थक नृत्य
-रात 9 बजे वॉयस ऑफ पुष्कर फाइनल राउंड
5 हजार पशु, 13.47 लाख का कारोबार
पुष्कर पशु मेले में पशुओं की खरीद-फरोख्त शुरू हो गई। अब तक मेले में आए पशुओं में से केवल 69 पशुओं की खरीद-फरोख्त हुई है, जिससे पशुपालकों के बीच 13 लाख 47 हजार 5 सौ रुपए का लेनदेन हुआ है। मेला अधिकारी डॉ. अजय अरोड़ा ने बताया कि मेले में अब तक विभिन्न प्रजाति 5394 जानवर आए हैं। इनमें से सर्वाधिक 2981 ऊंट व 2340 घोड़े हैं।
मेले का समापन 12 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन पुष्कर सरोवर में होने वाले महास्नान एवं मेला स्टेडियम में आयोजित होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह के साथ होगा।